Thursday, October 6, 2016

मंत्र

मंत्र क्या है ? | What is mantra in hindi

मन्त्रों से होने वाली तरंगें, उनके अर्थ से ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं | ये मन्त्र ऋषियों द्वारा डाउनलोड किये गए थे | वे ध्यान में बैठे, और उन्हें कुछ प्राप्त हुआ, जिसे उन्होंने डाउनलोड (download) करके लोगों को सौंप दिया| तो इसे एक तरंग के रूप में प्राप्त किया गया, इसे बुद्धि की सजगता से बैठ कर, लिख कर नहीं किया गया था |

ये मन्त्र अंतर्ज्ञान के स्तर से आये हैं, शुद्ध चेतना से आये हैं |देखिये, यदि आप बैठ कर सोचेंगे और फिर कुछ करेंगे, और कुछ शब्दों को जोड़कर उन्हें अर्थ देंगे, तो वो एक अलग बात हो जाती है | लेकिन, ऐसा कुछ जो आपके अंदर से आता है, जैसे कोई कविता, जैसे अंतर्ज्ञान, तब उसका विस्तार हो सकता है और आने वाली पीढ़ियों में उसे और अधिक जाना जा सकता है | और जब जब आप उसका विश्लेषण करेंगे, तो कोई न कोई नया अर्थ सामने आएगा और इन्ही को मन्त्र कहते हैं |

मंत्रो के लाभ ? | Benefits of mantras

‘मननत त्रायते इति मन्त्रः’ -  जब आप इस पर मनन करते हैं, तो आपकी ऊर्जा बढ़ती है| ऐसा कहा गया है| मन्त्रों के अर्थ ज़रूर होते हैं, लेकिन इनका अर्थ केवल हिमशिला के कोने जैसा है| अर्थ इतना ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है, उसकी तरंगें ज्यादा महत्वपूर्ण हैं |

ब्रह्माण्ड में हर किसी का एक दुसरे पर प्रभाव पड़ता है | जब आपमंत्रोचारण या हवन करते हैं तों उसका वातावरण पर अत्यंत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है | इससे आपको बहुत अच्छे कंपन प्राप्त होते हैं और पूरे वातावरण में सकारात्मक आयनों की वृद्धि होती हैं |

जब हम गायत्री मंत्र  का उच्चारण करते हैं,  क्या उसका कोई नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, या केवल भाव ही महत्वपूर्ण है?

श्री श्री रविशंकर: हाँ, पूरे भाव के साथ उच्चारण करिये, वही काफी है|

आपको कोई सज़ा नहीं मिलेगी | अगर कोई कुछ कहता भी है, तो उनसे कहिये कि आपके पास एक वकील है |  अगर कुछ होता है, तो मैं आपका वकील बन जाऊँगा | बहुत से पंडित लोगों में ये भ्रान्ति पैदा कर देते हैं, कि कुछ हो जाएगा | या महिलाओं को गायत्री मंत्र का उच्चारण नहीं करना चाहिये | ये सब गलत है, ऐसा कुछ भी नहीं है |इसे प्रेम से जपिये, डर से नहीं |

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